जल ही जीवन है, इसे बर्बाद न होने दें: बीडीपीओ प्रवीण कुमार
Water is life, don't let it go waste
पलवल. दयाराम वशिष्ठ: Water is life, don't let it go waste: पृथला खंड विकास एवम पंचायत अधिकारी प्रवीण कुमार ने जल की महता का वर्णन करते हुए कहा कि जल ही जीवन है। “ जल के बिना न केवल मानव जीवन, बल्कि पृथ्वी पर हर जीव का अस्तित्व संभव नहीं है। इसलिए हम सभी को चाहिए कि पानी की बर्बादी बिल्कुल न होने दें, इसे जितना बचाया जा सके, उतना ही कम है। बीडीपीओ प्रवीण कुमार अपने कार्यालय में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग और ग्रामोदय सामाजिक संस्थान के द्वारा ग्राम जल एवं सीवरेज समिति का एक दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
अध्यक्षता जिला सलाहकार कुसुम जांगड़ा ने की । मुख्य अतिथि के तौर पर बीडीपीओ प्रवीण कुमार जी ने शिरकत की।
जिला सलाहकार कुसुम जांगड़ा ने ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के सदस्यों को ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के कार्य,संरचना, सदस्यों की संख्या, भागीदारी और जिम्मेदारियां के बारे में अवगत कराया। ग्राम जल एवं सीवरेज समिति में 50% महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित है क्योंकि महिलाएं ही पानी से संबंधित कार्य ज्यादा करती हैं। जिला सलाहकार ने पानी के महत्व पर बताते हुए कहा कि पहले सीमित मात्रा में पानी उपलब्ध था तब भी पानी की कोई कमी नहीं थी परंतु आज जरूर से ज्यादा पानी सबको उपलब्ध हो रहा है तब भी पानी की बर्बादी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसका मुख्य कारण हमारा व्यवहार है । प्रकृति का नियम है जो वस्तु ज्यादा मात्रा में और बिना मूल्य के मिलती है उसकी महत्वता कम हो जाती है । अब पानी की होती जा रही कमी को देखते हुए हमें हमारे व्यवहार में परिवर्तन करना आवश्यक है । हमें हमारी पहले की आदतों को अपनाना होगा जरूरत के हिसाब से पानी प्रयोग करना होगा । तभी इस समस्या का समाधान कर पाएंगे।
ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर विश्वास सहरावत ने ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के सदस्यों को विस्तार से उनके कार्यों के बारे में अवगत कराया। ग्राम जल एवं सीवरेज समिति के प्रत्येक सदस्य की अपनी जिम्मेदारी है। सरपंच, पंच, महिला पंच, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पंचायती राज जेई, ग्राम सचिव, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग से जेई सब के अपने-अपने कार्य हैं। जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांव में दी जा रही पानी की सप्लाई की देखरेख का कार्य ग्राम जल एवं सीवरेज समिति को ही करना है। ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर संजय कुमार ने पानी की गुणवत्ता से संबंधित विषय पर जानकारी देते हुए कहा की पानी की 13 प्रकार के टेस्ट होते हैं जिसकी जांच आप जिला पलवल की जिला स्तरीय लैब में करवा सकते हैं। कुछ टेस्ट जैसे क्लोरीन टेस्ट, बैक्टीरियोलॉजिकल टेस्ट, टीडीएस की मात्रा आप घर पर भी एफ टी के किट के माध्यम से कर सकते हैं। पानी की गुणवत्ता उतनी जरूरी है जितना कि शरीर के लिए पानी जरूरी है। गुणवत्ता रहित पानी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है इसीलिए स्वच्छ और साफ पानी पीने के लिए ही प्रयोग करना चाहिए। इस अवसर पर जिला सलाहकार ने बी डी पी ओ, सभी सरपंचों, ग्राम सचिव,पंचायत सदस्यों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं आदि को जल वितरण प्रणाली के रखरखाव हेतु ग्राम जल एवं सीवरेज समिति संचालन पुस्तिका भेंट की। इस अवसर पर ग्राम पंचायत पृथला, बड़राम, अमरपुर, मंदपुरी, गदपुरी, कलवाका, हरफली, खजूरका, नगला बीकू,देवली, मीरापुर, कुरारा शाहपुर,भुर्जा से सरपंच, पंच,ग्राम सचिव, आंगनवाड़ी वर्कर, प्लंबर, ऑपरेटर आदि उपस्थित रहे।